इंटरनेट पे अवचेतन मन (subconscious) के बारे सर्वाधिक खोज वाले प्रश्न है। -
(1)अवचेतन मन तक कैसे पहुँचे ?
(2) अवचेतन को कैसे जागृत करे ?
(3) अवचेतन मन की चमत्कारी शक्तियाँ ।
इन प्रश्नों के आपको हजारों जवाब उपलब्ध है, परन्तु मनोविज्ञान के अध्ययन व अपने अनुभवो के आधार पर मै इस निष्कर्ष पर पहुॅचा कि ज्यादातर जानकारी बस एक उच्च कोटी की बौद्धिक गप्पे हैं।
जहाँ तक मै समझता हूँ ये सवाल ही गलत है, अगर आप युवा उम्र में हैं, या / और जिन्दगी के अतिंम पड़ाव मे नहीं हैं,
(1)अवचेतन मन तक कैसे पहुँचे ?
देखिए अवचेतन मन तक पहुँचने की बात है तो सबसे अच्छा तरीका 'साँसे' है, इस तरह से समझने का प्रयास करे कि आप समुद्र से किसी नदी के मूल स्रोत तक पहुँचना चाहते हैं। धारा के विपरीत चलकर, या फिर वहां तक किसी सड़क का निर्माण कर,परंतु इसके लिए बहुत संसाधनों व समय की जरूरत पड़ेगी। पहला माध्यम दूसरे से ज्यादा सहज है। बस आपको विपरीत दिशा मे जाना है। पर आप वहां पहुंचकर करेंगे क्या?
यकीन मानिए वहां कोई भी ऐसा बटन नही है , जिससे आप अवचेतन को कंट्रोल करे। बल्कि अवचेतन तो वह बादल है, जहां से उस स्रोत को पानी मिला। आपको वहां पहुंचने की कोई जरूरत नहीं है।
(2) अवचेतन को कैसे जागृत करे ?
● अवचेतन मन हमेशा जागृत ही होता है, जरूरत है उसे खास दिशा में जागरूक करने की।
● देखिए अवचेतन मन को समझने का सरल साधन विज्ञान- गणित व मनोविज्ञान है। इसका एक आध्यात्मिक पहलू भी है। पर आप कैरियर व सफल होने या जीवन में एक खास सहजता का आयाम पाना चाहते है तो कुछ सरल व सहज बिंदु ही आपके लिए प्रभावशाली है।
(1) अवचेतन मन एक खास एल्गोरिथम पे काम करता है,चीजों,आदतों सूचनाओं,तथ्यों से प्राप्त ज्ञान को, जो बार-बार पूर्नावृत(Repeat) हो, को सरल कर Automatic (done without thinking) करना ।
जैसे -
- कोई कौशल car या bike चलाना, शुरुआत में आप सोच कर थोड़ा समय लेकर ध्यानपूर्वक गेयर बदलते है। कुछ दिनों या महीनो बाद आप इसे बिलकुल सहजता से कर पाते है ।
- जब आप शुरूवात में फोन का नया पैटर्न लॉक लगाते है तो शुरुवात के एक दो दिन आपको कुछ पल पैटर्न याद करके फोन अनलॉक करना पड़ता है। परंतु इसी प्रक्रिया को कई बार दोहराने के बाद, अब जब भी आप फोन उठाएंगे तो अंगुलिया फटाफट से बिना सोचे फोन अनलॉक कर देंगी।
(2) आदते ये अच्छी या बुरी, सही या गलत कुछ भी हो सकती है। अवचेतन मन की अपनी कोई इंटेलिजेंस नही होती, ये आपके द्वारा उपलब्ध ज्ञान सोच डाटा और आदतों को बस Automatic करता है।
(3) और दूसरी बात इसका मुख्य कार्य है, कार्यों को कार्यान्वित करना। यह 'ना' या 'नहीं' को गौण या शून्य कर देता है ।
माना ,अगर आप कहेंगे, "आज से सिगरेट नही पीनी" तो यह 'नही' शब्द को हटा कर बाकी शब्दों पे जोर देगा। क्योंकि इसका कार्य है, कार्य करना तो ये करेगा। इसके लिए "आज से सिगरेट पीनी है," या "आज से सिगरेट नहीं पीनी है" दोनो बराबर है। यह उस स्थिति को चुनेगा जिसमें कार्य हो।
आपके लिए यह उचित रहेगा आप कहे "आज से स्वस्थ व खुशहाल जीवन जीना है"
प्रभावशाली विचार। कृपया subconscious mind के बारे में और ज्यादा जानकारी दीजियेगा। आपके विचार काफी प्रभावशाली है।
ReplyDeleteधन्यवाद रविन्द्र। आपके उज्वल भविष्य की शुभकामनाए
DeleteMind( मन ) के कितने प्रकार होते है?
ReplyDeleteप्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक फ्रायड के अनुसार मन को तीन भागों में वर्गीकृत किया गया है। - Conscious mind(चेतन मन) Subconscious mind(अवचेतन मन)and Unconscious mind(अचेतन मन).
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